गीत मेरी रचनाएँ हिंदी तू और ठहर ज़रा By AVINASH KUMAR RAO on Saturday, August 9, 2025 न जा, अभी न जा, ठहर और ज़रा दिल कह रहा, तू और ठहर ज़रा I सुन, कुछ गुनगुना रही है हवा यह मौसम भी कुछ कह रहा, धड़कनें क्या कह रही हैं बता मेरा दिल अभी नहीं भरा II दिल कह रहा, तू और ठहर ज़रा Iकुछ नगमें अभी बाकी हैंतेरा ही गीत हूँ …