बेवफ़ा तू क्यों है खफ़ामेरे मर्ज की दवा तू ही बता ओ बेवफ़ा, ओ बेवफ़ा Iहर वक्त मेरी आँखें हैं नमहमनशीं ले के तेरा गमढूँढता हूँ दिन में तारों कोखोजता हूँ रात नींदों को क्यों ले लिया सुख चैन मेरासिला क्या है मेरा तू ही बताओ बेवफ़ा, ओ बेवफ़ा …1तेरे वादे हैं कहाँ तेरी कसमें …