
तेरे नैनों ने किया है ऐसा असर
हो गया हूँ मैं बेख़बर
बस तुझे ही निहारूँ हर पहर
और बस, और बस मुझे है तेरी फ़िकर |
शुकर-शुकर, हे रब तेरा शुकर
बस तुझे ही ढूँढे मेरी नज़र ||
देखा है तुमको जब से
खोया-खोया हूँ तब से
माँगता हूँ तुझको रब से
तू है मेरी साँसे, मेरा ज़िगर |
शुकर-शुकर, हे रब तेरा शुकर
बस तुझे ही ढूँढे मेरी नज़र ||
तेरी नैना कहती हैं मुझसे
सागर की लहरें चाँद से जैसे
कोई रिश्ता हो मेरा तुमसे
दिल में है बस तेरा बसर |
शुकर-शुकर, हे रब तेरा शुकर
बस तुझे ही ढूँढे मेरी नज़र ||
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**श्रद्धा से –**
**अविनाश कुमार राव**
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