न जा, अभी न जा,
ठहर और ज़रा
दिल कह रहा,
तू और ठहर ज़रा I
सुन, कुछ गुनगुना रही है हवा
यह मौसम भी कुछ कह रहा,
धड़कनें क्या कह रही हैं बता
मेरा दिल अभी नहीं भरा II दिल कह रहा, तू और ठहर ज़रा I
कुछ नगमें अभी बाकी हैं
तेरा ही गीत हूँ लिख रहा,
तू खोई-खोई है कहाँ
आहिस्ता रूह में उतर ज़रा II दिल कह रहा, तू और ठहर ज़रा I
दूर चलना है तेरे संग यारा
सारे लम्हें ताऊम्र सारा
जाने की बात मत करना
तकाज़े का समझ इशारा II दिल कह रहा, तू और ठहर ज़रा I
श्रद्धा से -
अविनाश कुमार राव
