अब चलें अयोध्या धाम
जय श्री राम जय श्री राम,
सबके मन में एक ही नाम
जय श्री राम, जय श्री राम || चलें ...1
रघुकुल के वे चार रत्न
राम, भारत, लक्ष्मण, शत्रुघ्न
प्रकट भए दशरथ संतान
श्रेष्ठ राम आज्ञा के प्रतिमान |
जय श्री राम, जय श्री राम || चलें...2
निषादराज को सखा बना
माँ शबरी का जूठन खा
उनसे मिले भक्त हनुमान
करुणानिधान मर्यादा राम
जय श्री राम, जय श्री राम ||चलें...3
रघुकुल छोड़ चले वनवास
तोड़ने हेतु रावण का अभिमान
लंका को सौंप विभीषण हाथ
जन हितकारक अजेय राम |
जय श्री राम, जय श्री राम ||चलें...4
है एक ही हमारे आराध्य
रघुपति राघव राजा राम
जिनसे मिलता धैर्य का ज्ञान
वह आदर्श पुरुषोत्तम राम |
जय श्री राम, जय श्री राम ||चलें...5
श्रद्धा से-
अविनाश कुमार राव
Comments
बहुत सुंदर